आओ ज़िन्दगी को एक नाम दे दे,
इसके दामन में एक खुशनुमा शाम दे दे,
उस शाम का रंग कर दे इतना गहरा,
उस पल न हो ज़िन्दगी पर सिसकियो का पहरा,
सिहरती ज़िन्दगी पर डाले कम्बल प्यार का,
ज़िन्दगी खुद कहे मेरा रिश्ता है तुझसे यार का,
तो आओ ज़िन्दगी को एक नाम दे दे,
इसके दामन में एक खुशनुमा शाम दे दे |
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