Thursday, February 24, 2011

दोस्ती बड़ी ही हसीं हैं..

दोस्तों के साथ मुस्कुराना,
उदास हो वो तो हसाना,
बंक कर के कोरिडोर में बतियाना,
कैंटीन का  बिल उनके नाम बनवाना,
गर्लफ्रेंड  के नाम से उनको चिढाना,
बात बात पर उनको सताना,
जीतते चेस को हार जाना,
उनके लिए किसी से भी भिड़ जाना,
दिल के हर राज़ कह जाना,
गिले शिकवो का आंसुओ में बह जाना,
लेक्चर के बीच में पर्चिया बनाना,
पढ़ कर उनको ठहाके लगाना,
शैतानिया कर के उनको फंसाना,
क्लास से फिर बहार निकलवाना,
बहाना करके लू का,
खुद भी चलते लेक्चर को छोड़ जाना,
आते जाते टीचरस का मजाक उडाना,
पकडे जाने पर हसीं दबाना,
हर बात पर शर्त लगाना,
हारने पर मुकर जाना,
प्रोजेक्ट के नाम पर देर से घर जाना,
एग्जाम नाईट पर टापिक्स समझाना,
रिजल्ट आने पर
साथ में आंसू बहाना,
बर्थ-डे पर मुह पर केक लगाना,
बन्दर बन कर फिर फोटो खिचवाना,
बिछड़ने पर आंसुओ का गिर जाना,
"आँख में कंकर चला गया" बहाना लगाना,
दोस्त का फिर गले लग जाना,
दोस्त! तुमसे ही हैं ये सफ़र सुहाना,
दूर होकर हमको भूल ना जाना.

11 comments:

  1. ईशा वाकई में बहुत ही उन्दा लिखा है, सच्ची दोस्ती ऐसी ही होती है, तुमने मुझे मेरे विश्वविद्यालय के दिनों की याद ताज़ी करवा दी. मै तुम्हारी इन् पंक्तियों की दिल की गहराईयों से तारीफ़ करता हूँ. लाजवाब.

    ReplyDelete
  2. बेटे सिर्फ लिखने के लिए लिखी है
    शुरुवाती पंक्तियों को पढ़ो सब एक ही भाव को आगे ला रही हैं
    सबसे बेहतर पंक्तियाँ मात्र आख़िरी की दो हैं
    बाकी सब ऐसे ही है
    आभार

    ReplyDelete
  3. bahut acha likha hai...... dosti ki is kavita me tmne hr pal ko samne rakh diya hai.

    ReplyDelete
  4. @ rohit sir...aapka bht bht shukriya..!!
    @ mukul sir...ek koshish ki thi..aage bhi krti rhungi..aapke sujhaao ke liye dhanyawaad..!
    @ vikas..thnx dear..!!

    ReplyDelete
  5. बहुत बढ़िया...ईशा जी...

    ऐसे ही लिखती रहिये.

    ReplyDelete
  6. बहुत खूब! कालेज जीवन की याद फिर ताज़ा कर दी...

    ReplyDelete
  7. @ yashwant ji and kailash ji aap dono ka bht bht shukriya..!!

    ReplyDelete
  8. कॉलेज की यादों का कोलॉज है.. दोस्ती के नाम!!

    ReplyDelete
  9. @salil ji..aapki tippni ke liye shukriya..!!

    ReplyDelete
  10. sweetz... i was able to relate to loads of these lines n few were overtly touching.. like cake massage/... wish those days to be back.. n even more.. my frns...

    ReplyDelete